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जन्म-कुण्डली का विधिवत मिलान??

प्रश>>: पिछले कई वर्षों से इस मकान के भूतल पर हमारी पुश्तैनी दुकान है, और हम किराये के मकान में रहते थे। दो वर्ष पहले इस दुकान के प्रथम एवं द्वितीय तल पर यह मकान बनवाया था। मकान में प्रवेश करने के लिए दुकान के अंदर से सीढियां बनायी है। पहले किराये के मकान में हमारा व्यवसाय अच्छा चल रहा था और हम सपरिवार खुशहाल पारिवारिक जीवन निर्वाह कर रहे थे। लेकिन इस मकान में आने के बाद से ही हमारे व्यवसाय में नुकसान तथा मेरे प्रथम पुत्र का वैवाहित जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मेरी पुत्र-वधू सबसे लड़-झगडकर उसके पीहर चली गयी है, और अब स्थिति तलाक तक पहुंच चुकी है। कृपया हमारी समस्याओं का समाधान बताये और मेरी इस शंका का निवारण करें कि पुत्र की शादी करने से पहले, पुत्र तथा पुत्र-वधू की जन्म-कुण्डली का विधिवत मिलान करके शादी करने के बावजूद भी मेरे पुत्र का वैवाहित जीवन अस्त-व्यस्त होने का कारण क्या हो सकता है?

उत्तर: पहले आप किराये के मकान में खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे थे, यानी कि वह किराये का मकान वास्तु के अनुसार बना हुआ था, लेकिन इस मकान में आने के बाद आपके जीवन में समस्याओं का दौर शुरु हो गया। इसका कारण आप स्वयं स्पष्ट तौर पर समझ सकते हैं कि वास्तु परिवर्तन, इंसान के जीवन को उस बदली हुई वास्तु के अनुसार परिवर्तित कर देता है। शादी के समय जन्म-कुण्डली का मिलान करने का आधार ज्योतिष विषय पर आधारित है, लेकिन आवास की वास्तु का असर प्रत्यक्ष रुप से उस भवन में निवास करने वालों के जीवन को प्रभावित करता है। वास्तु विषय को व्यावहारिक तौर पर उपयोग करके समस्याग्रस्त जीवन को समस्या रहित स्थिति में बदलना नामुमकिन नहीं है।

आप स्वयं चिंतन करें कि आपके फायदेमंद व्यवसाय में नुकसान क्यों उठाना पड़ा? आपके पुत्र व पुत्र-वधू की जन्म-कुण्डली का विधिवत मिलान करके शादी करने के बावजूद भी उनके खुशहाल वैवाहिक जीवन में मतभेद क्यों उत्पन्न हुए? आपके मकान में व्याप्त वास्तु दोषों पर गौर करने पर इसका कारण आप स्वयं ही समझ जाएंगे। सिर्फ आपके मकान में ही नहीं बल्कि तलाक की समस्या वाले मकान में भी लगभग यही वास्तु दोष मिलते हैं, जो आपके इस मकान में हैं।

आपके मकान के ईशान में शौचालय, ईशान के कमरे में स्थित रसोईघर तथा रसोई-घर के ईशान कोने में गैस का चूल्हा रखने के कारण पैदा होने वाले वास्तु-दोषों के दुष्परिणाम ही आपके जीवन में होने वाली समस्याओं का मुख्य कारण बनने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। इन समस्याओं से समाधान प्राप्त करने के लिए तथा वास्तु विषय की महत्वता से लाभान्वित होने के लिए अपेक्षित फेरबदल :-

  • ईशान में स्थित शौचालय को तोड़कर हटाये तथा इस स्थान को खुला तथा स्वच्छ रखे।
  • आग्नेय में स्थित स्नानघर में ही शौचालय बनायें एवं आवश्यक्तानुसार वायव्य में स्थित बालकोनी के दक्षिण में स्थित स्टोर-रूम को स्नानघर/शौचालय में परिवर्तित करे।
  • ईशान के कमरे में स्थित रसोई-घर को हाल में स्थानांतरित करें तथा हाल के आग्नेय कोने में गैस का चूल्हा इस तरह से रखे कि खाना पकाते समय गृहिणी का मुंह पूर्व दिशा की तरफ रहे।
  • ईशान के कमरे के दक्षिण-नैऋत में स्थित दरवाजे को, इसी कमरे के दक्षिण-आग्नेय में स्थानांतरित करें, तथा इस कमरे के पूर्व-ईशान में एक नया दरवाजा लगायें।
  • भूतल पर उत्तर-ईशान में एक नया भूमिगत पानी का टैंक बनायें।

आप यकीन रखें कि उपरोक्त संभावित फेरबदल करवाने के बाद मात्र कुछ ही दिनों में आपकी समस्याग्रस्त स्थिति में अनुकूल परिवर्तन मिलने शुरु हो जायेंगे और आपकी आर्थिक एवं तलाक की समस्याओं का निराकरण होने के साथ ही, भविष्य में इस मकान में आपके पुत्र का वैवाहिक जीवन खुशहाल व्यतीत होगा।