T.R. Bhandari'sVaastu Matter in English
Vaastu Matter in Hindi |
दर्पण लगाने से नहीं मिटते वास्तु दोषजिज्ञासा: मेरे मकान के दक्षिण-पश्चिम में स्थित मुख्य शयन-कक्ष के दक्षिण-पश्चिम कोने में एक स्नानघर/शौचालय बना हुआ है, जो कि दुष्परिणाम दायक होता है। इस स्नानघर/शौचालय में एक दर्पण लगाकर, इस वास्तु दोष के दुष्परिणामों से बचना संभव हो सकता है या नहीं?समाधान :यह सच है कि मकान के दक्षिण-पश्चिम कोने में स्नानघर/शौचालय होने के कारण मकान की नैऋत दिशा हल्कि हो जाती है, जिसके दुष्परिणाम स्वरूप धन-हानि, स्वास्थ्य हानी, प्रथम पुत्र के विवाह में विलम्ब इत्यादि समस्याएं पैदा होती है। लेकिन इस स्नानघर/शौचालय में दर्पण लगाकर, इस वास्तु दोष के दुष्परिणामों से निवृत्ति प्राप्त होना नामुमकिन है। मकान के फर्श की अपेक्षा, इस स्नानघर/शौचालय के फर्श की ऊँचाई अपेक्षाकृत ज्यादा बढ़ाये तथा ड्रेनेज की नीकासी पाइप के द्वारा, बीना मेन-होल बनाकर करे। इससे मकान की नैऋत दिशा वजनदार हो जायेगी और इस वास्तु दोष के दुष्परिणामों से स्थायी तौर पर निवृत्ति प्राप्त करना संभव होगा। मृत्यु नहीं होती समस्या का कारणजिज्ञासा: मेरे व्यवसाय के साझेदार की दुकान में मृत्यु हो गयी। मेरे पिताजी इसे एक अशुभ घटना मानकर इस दुकान को बंद करवाना चाहते है। मैं इस दुकान को बंद नहीं करना चाहता, क्योंकि इस दुकान से हमें अच्छी आदमनी प्राप्त हो रही है। दुकान में किसी की मृत्यु होने पर दुकान को बंद करना सही होगा? क्या इससे कोई समस्या पैदा हो सकती है?समाधान :जीवन और मृत्यु, प्रकृति का एक अटूट नियम है, और जो जन्म लेता, एक न एक दिन उसकी मृत्यु होना भी निश्चित है। आप बीना किसी डर और घबराहट के इस दुकान में अपना व्यवसाय जारी रख सकते है, क्योंकि इस घटना से आपके जीवन में कोई समस्या पैदा नहीं होगी। सुधारे मकान के वास्तु दोषों कोजिज्ञासा: मेरा मकान दक्षिण-मुखी है तथा मकान के पूर्व-ईशान में भी सड़क है। हम बहुत समस्याओं का सामना कर रहे है। कृपया समाधान बताये।समाधान :मकान के पूर्व-ईशान में आने वाली सड़क विधी-शुला कहलाती है और मकान के पूर्व- ईशान में आने वाली विधी-शुला अत्यंत शुभ एवं समृद्धि दायक होती है। यकिनन आपकी समस्याओं को पैदा करने के पीछे आपके मकान में अवश्य ही वास्तु दोष होंगे, क्योंकि मकान का दक्षिण-मुखी होना मात्र कभी भी किसी समस्या का कारण नहीं हो सकता। आपकी समस्याओं से समाधान तथा खुशहाल व समृद्धि दायक जीवन व्यतित करने के लिये बेहतर उपाय यही है कि आप अनुभवी वास्तु विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में आपके मकान के वास्तु दोषों को सुधारे। पूर्व-उत्तर के शयन कक्ष का उपयोगजिज्ञासा: हमने एक नया मकान बनाया है, जो पश्चिम-मुखी है। क्या हम इस मकान के पूर्व-उत्तर के कमरे को शयन-कक्ष के लिये उपयोग कर सकते है?समाधान :मकान के पूर्व-उत्तर का कमरा मेहमान कक्ष या बच्चों के शयन एवं अध्ययन कक्ष के लिये सर्वश्रेष्ठ होता है। वास्तु-विषय की इस सच्चाई को नकारा नहीं जा सकता है कि मकान के पूर्व-उत्तर के कमरे के ईशान कोने में पलंग रखकर, पति-पत्नि शयन-कक्ष के लिये उपयोग करते है, तो महिला वर्ग बीमारियों का शिकार बनती है। अगर आपके पास और कोई विकल्प नहीं तो इस कमरे के दक्षिण-पश्चिम के हिस्से में सोने की व्यवस्था करे तथा इस कमरे के पूर्व-उत्तर का हिस्सा खाली रखे। |